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इस पोस्ट में हम जानेंगे कि Air Conditioners या AC चलाने के लिए सोलर पैनल कितना लगायें एवं कौन से AC के लिए कितना पैनल की आवश्यकता होती है उदाहरण के लिए 1 टन 1.5 टन या 2 टन इत्यादि।

बहुत से लोग बिजली से चलने वाला Air Conditioners या AC को भी सोलर से चलाने के लिए सोचते हैं ताकि बिजली का बिल बचे तो उस बारे में भी जानकारी लेंगे क्योंकि सोलर से चलने वाला सोलर एसी अब अलग से डिजाइन हो रहे हैं लेकिन आप बिजली से चलने वाला एसी को भी सोलर से चला सकते हैं।

AC चलाने के लिए सोलर पैनल

आप सभी के घरों में Air Conditioner जरूर लगा होगा लेकिन अब AC का हवा दिन प्रतिदिन महंगी होती जा रही है क्योंकि जिस तरह बिजली महंगा हो रहा है वैसे ही एसी का बिल भी बड़ा-बड़ा आने लगा है। अब इस समस्या का समाधान यही है कि या तो आप नॉर्मल एसी के जगह Solar AC खरीद लें या फिर बिजली से चलने वाला एसी को ही सोलर से चलाने की तैयारी करें।

Solar AC क्या है?

Solar AC भी नॉर्मल एसी के ही तरह दिखती है यानी आप अपने घरों में जो बिजली से चलने वाला एसी लगा रखे हैं वैसा ही सोलर से चलने वाला एसी भी होता है लेकिन इसके कार्य प्रणाली कुछ अलग होते हैं।

नॉर्मल या बिजली से चलने वाला AC को हम सिर्फ बिजली से ही चला सकते हैं लेकिन Solar AC को हम कई तरह से चला सकते हैं जैसे-

  • Solar AC को हम सोलर से चला सकते हैं।
  • सोलर एसी को हम बैटरी से भी चला सकते हैं।
  • अगर सोलर और बैटरी दोनों ही ना मिले तो इसे बिजली से भी चलाया जा सकता है।

तो देखा आपने सोलर एसी को चलाने के लिए कई सारे साधन है लेकिन बिजली से चलने वाला AC को हम सिर्फ बिजली से ही चला सकते हैं अगर इसे सोलर से चलाते हैं तो फिर बहुत सारा पैनल की आवश्यकता होता है।

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रूम के साइज के अनुसार कौन सा AC खरीदें?

  • बाजार में मुख्यत: तीन साइज के एयर कंडीशनर होते हैं 1 टन, 1.5 टन और 2 टन लेकिन ज्यादातर लोग 1 टन या डेढ़ टन एसी का ही इस्तेमाल करते हैं 2 टन एसी बहुत कम इस्तेमाल किया जाता है।
  • अगर आपका रूम का साइज 80 से लेकर 120 स्क्वायर फीट है तो आप इसके लिए 1 टन का Solar AC ले सकते हैं और ये आपके रूम को अच्छी तरह से ठंडा करेगा।
  • अब अगर आपके रूम का साइज 120 वर्ग फुट से लेकर 190 वर्ग फुट तक है तो फिर आप 1.5 टन का Solar AC खरीद सकते हैं और ये आपके रूम के लिए बिल्कुल फिट बैठेगा।
  • और अगर आपके रूम के साइज 190 वर्ग फुट से भी ज्यादा बड़ा है यानी कि वो एक बड़ा सा हाॅल है तो फिर आपको दो टन का सोलर एसी लेने की आवश्यकता है।

कितने टन एसी के लिए कितना सोलर पैनल का आवश्यकता होता है?

अगर आप बाजार में Solar AC लेने जाते हैं तो दुकान वाले आपको पूरा पैकेज बना कर देते हैं यानी कि सोलर एसी के साथ में सोलर पैनल इनवर्टर एवं बैटरी लेकिन अगर आप सिर्फ सोलर एसी खरीद के लेकर आ गए हैं और फिर ये जानना चाहते हैं कि कितने टन एसी के लिए कितना सोलर पैनल का आवश्यकता है तो फिर आगे का पोस्ट पढें।

1 टन के सोलर एसी के लिए सोलर पैनल इनवर्टर और बैटरी

अगर आप 1 टन के सोलर एसी खरीद के लाए हैं तो आपको कम से कम डेढ़ किलो वाट सोलर पैनल और 2.5kv का इनवर्टर एवं 150ah का 4 बैटरी का आवश्यकता होगा इस एसी को अच्छी तरह से चलाने के लिए।

इनवर्टर आप 2.5kv से भी बड़ा ले सकते हैं लेकिन इससे छोटा ना लें साथ में सोलर इंस्टॉलेशन का जो भी एसेसरीज होते हैं जैसे सोलर पैनल को फिट करने के लिए लोहे का ढांचा एवं एक्स्ट्रा तार सॉकेट इत्यादि उसे भी लेना होता है।

1.5 टन के सोलर एसी के लिए सोलर पैनल इनवर्टर और बैटरी

अगर आप 1.5 टन के सोलर एसी लेकर आए हैं तो फिर इसके लिए आपको कम से कम 2.5kw वाट सोलर पैनल मंगाना होगा तभी ये उतना बिजली बना पाएगा जिससे आपका डेढ़ टन के एसी प्रॉपर तरीके से चल सके।

अगर डेढ़ टन एसी के लिए सोलर इनवर्टर की बात करें तो आप इसके लिए 4 से पांच 5kv का ऑफ ग्रिड सोलर इनवर्टर ले सकते हैं ये इनवर्टर ढाई किलो वाट सोलर पैनल के बिजली को आसानी से कंट्रोल करके एसी को सप्लाई कर पाएगा।

अगर बैटरी की बात करें तो आप इसके लिए भी 150ah का 4 बैटरी ही लगा सकते हैं क्योंकि आपका इनवर्टर 48 वोल्ट का है इसलिए चार बैटरी तो लगाना ही है। यहां भी आपको इंस्टॉलेशन के लिए जो अन्य उपकरण होते हैं उन्हें भी लेना होता है।

सोलर एसी के फीचर्स

  • सोलर एसी पूरी तरह से इको फ्रेंडली होते हैं।
  • ये CO2 गैस उत्सर्जन नहीं करते हैं।
  • सोलर एसी में वाई-फाई कनेक्टिविटी एवं ऐप कंट्रोल मिल जाता है।
  • यानी आप अपने सोलर एसी को अपने मोबाइल में वाई-फाई से कनेक्ट करके इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
  • इसके साथ ही आपका सोलर एसी में खर्च हुआ बिजली का डाटा भी आप अपने मोबाइल में देख सकते हैं।
  • सोलर एसी में टर्बो कुलिंग लगा होता है जिसके सहायता से आप एयर कंडीशनर को तुरंत चालू कर सकते हैं।
  • सोलर एसी आपको फाइव स्टार रेटिंग के साथ में मिलता है।

सोलर एसी के फायदे

  1. सोलर एसी का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि ये हमारे बिजली के बिल को 80% तक कम कर देता है।
  2. सोलर एसी को लगाते समय सिर्फ एक बार मोटा पैसा खर्च करना होता है और फिर आप लंबे समय तक इसे फ्री में चला पाते हैं यानी ये धूप से चलता है।

सोलर एसी के नुकसान

  • दुनिया में जितने भी वस्तु हैं उसका अगर फायदा होता है तो नुकसान भी होता है ऐसे ही सोलर एसी का बड़ा फायदा तो है लेकिन कुछ इसका नुकसान भी है।
  • सोलर एसी बादल या बारिश होने पर नहीं चल पाता है क्योंकि पैनल पर धूप नहीं लगता है और फिर ये बिजली नहीं बना पाते हैं।
  • सोलर एसी को रात में चलाने के लिए बड़ी-बड़ी बैटरियां पावर बैकअप के लिए लगाना पड़ता है जिसका एक्स्ट्रा खर्चा आपको झेलने होता है।

सोलर एसी कितने में मिलता है?

सोलर एसी बनाने वाली कई सारी कंपनियां है और सभी कंपनियों का कीमत अलग-अलग हो सकता है हम यहां पर आपको अलग-अलग साइज के एसी का अनुमानित कीमत बता रहे हैं आप इन्हें खरीदने से पहले इसका कीमत का पता जरूर लगा लें।

1 टन के सोलर एसी का कीमत 1 लाख से लेकर 1 लाख 20 हजार रुपए तक हो सकता है वहीं 1.5 टन सोलर एसी का कीमत 1 लाख 40 हजार रुपए से लेकर 1 लाख 50 हजार रुपए तक हो सकता है।

अगर सोलर एसी के वारंटी की बात करें तो एसी यूनिट की वारंटी 1 साल होती है लेकिन उसमें लगे हुए कंप्रेसर की वारंटी 10 साल तक का हो सकता है। सोलर पैनल का वारंटी 25 साल तक का होता है एवं इनवर्टर का वारंटी 2 से लेकर 5 साल तक का हो सकता है।

नकली सोलर एसी से बचे

बहुत सारी कंपनियां नॉर्मल एसी के ऊपर ही सोलर एसी लिखकर बेचती है लेकिन वाकई में वो सोलर एसी नहीं होता है।

जो सोलर एसी होते हैं वो डायरेक्ट सोलर पैनल से चल जाते हैं यानी इसमें बैटरी और इनवर्टर लगाने की कोई आवश्यकता नहीं होती है लेकिन अगर कोई कंपनी आपको सोलर एसी दे रही है और इनवर्टर एवं बैटरी से चलाने के लिए बोल रही है तो फिर हो सकता है कि वो नॉर्मल एसी ही हो।

सोलर एसी पर 12% का जीएसटी लगता है लेकिन अगर सोलर एसी खरीदते समय 18 पर्सेंट जीएसटी लग रहा है तो आप ये समझ लें कि वो सोलर एसी है ही नहीं नॉर्मल एसी को ही सोलर एसी बताया जा रहा है।

सोलर एसी को आप सोलर से भी चला सकते हैं बैटरी से भी चला सकते हैं और ग्रिड से भी चला सकते हैं लेकिन नॉर्मल एसी डायरेक्ट सोलर से रन नहीं हो पाती है।

सोलर एसी का सर्विसिंग

सोलर एसी खरीदते समय उसका सर्विस के बारे में जरूर पता कर लें क्या ऑन साइड सर्विस है या ऑफसाइड। ऑनसाइट का मतलब की एसी खराब होने पर इंजीनियर आपके घर पर आकर उसे ठीक करेगा और ऑफ साइड का मतलब की एसी को लेकर हमें कंपनी में जाना पड़ेगा बदलवाने या ठीक करवाने के लिए।

सोलर एसी कहां से खरीदें

सोलर एसी को आप ऑनलाइन भी ऑर्डर कर सकते हैं और आप चाहे तो ऑफलाइन मार्केट में जाकर भी खरीद सकते हैं। लेकिन एसी चाहे कहीं से भी खरीदें उसकी अच्छी तरह से जांच पड़ताल जरूर कर लें उसके बाद ही खरीदें।

अगर आप ऑफलाइन मार्केट में जाकर सोलर एसी खरीदने वाले हैं तो जिस कंपनी के एसी खरीदने जा रहे हैं उसी कंपनी के द्वारा रजिस्टर शॉप से ही खरीदने का प्रयास करें वहां पर आपको ओरिजिनल सामान मिल पाएगा।

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निष्कर्ष

यहां पर हमने एयर कंडीशनर यानी सोलर एसी के बारे में लगभग सभी जानकारियां प्रदान की है और हमें उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़कर आपके पास सोलर एसी से संबंधित अन्य कोई सवाल नहीं बचे होंगे और आपके सभी सवालों का जवाब आपको मिल गए होंगे।

अगर अभी भी आपके मन में सोलर एसी से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो उसे नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें और हमसे जवाब पायें।

By Mysolarurja

mysolarurja.com में आप सभी का स्वागत है मेरा नाम सुशील कुमार है और मैं भारत में लगभग सभी सोलर बनाने वाली कंपनियों के साथ में काम किया हूं। इस ब्लॉग पर आपको सोलर से जुड़ी लगभग सभी तरह की सामग्री मिलेगी और हम सदा इसी कोशिश में रहेंगे की इस साइट पर आने के बाद आपके सभी सवालों का जवाब मिले।

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