बिना बैटरी का सोलर सिस्टम solarबिना बैटरी का सोलर सिस्टम solar

इस पोस्ट में हम जानेंगे कि बिना बैटरी का सोलर सिस्टम का नुकसान क्या है क्योंकि बहुत से लोग पैसा बचाने के चक्कर में बिना बैटरी का सोलर सिस्टम लगाने के लिए सोचते रहते हैं वो चाहते हैं कि बैटरी न लगाकर एक बैटरी के पीछे 14 से ₹15000 का बचत कर लें और पैनल एवं इनवर्टर से ही अपना घर का उपकरण को चला लें लेकिन इसका नुकसान क्या हो सकता है इसकी जानकारी इस पोस्ट में लिया जाएगा।

अगर आप भी बिना बैटरी के सोलर सिस्टम चला रहे हैं तो आप अपने उपकरण पर कितना जोखिम डाल रहे हैं और इससे आपको फायदा है या नुकसान इससे आप कितना बचत कर पाएंगे इन सभी बातों को जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़ें फिर आपको ये समझने में आसान हो जाएगा कि क्या बिना बैटरी के सोलर लगाने से पैसे की बचत होती है या नुकसान होता है।

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बिना बैटरी का सोलर सिस्टम का नुकसान क्या है?

बिना बैटरी का सोलर सिस्टम ये सुनने में काफी मजेदार लगता है और हम ये सोचते हैं कि हम बिना बैटरी के ही सोलर लगा लेंगे पैनल और इनवर्टर से ही घर का उपकरण चला लेंगे एवं बैटरी लगाने का झंझट खत्म हो जाएगा उसका पैसा भी बच जाएगा एवं बार-बार बैटरी में पानी डालने का समस्या से निजात पा जाएंगे।

लेकिन ये बात सिर्फ सुनने में ही अच्छा लगता है कि बिना बैटरी का सोलर सिस्टम चल जाएगा, वास्तव में ये सच नहीं है अगर आप भी बिना बैटरी के ही सोलर सिस्टम चला रहे हैं तो आगे के पोस्ट में ये समझने की कोशिश करें कि इससे आपको क्या क्या नुकसान हो सकता है।

पहला नुकसान

कई कंपनियां अपना सोलर पैनल बेचने के लिए ये बोलती है कि आप मेरे सोलर से डायरेक्ट अपना घर का उपकरण चला सकते हैं उसमें बैटरी लगाने की आवश्यकता नहीं है सिर्फ सोलर पैनल और इनवर्टर ही आपके घर का लोड चला देगा और चल भी जाता है लेकिन इसके नुकसान क्या है वो समझे।

सबसे पहला नुकसान तो ये होता है कि बिना बैटरी का सोलर सिस्टम में कभी भी आपका सिस्टम चलते चलते अचानक बंद हो सकता है उदाहरण के लिए आपने 3 किलो वाट का सोलर सिस्टम लगाया हुआ है जिसमें बैटरी नहीं है और इतना में आपको 2 किलो वाट का पावर मिल रहा है जिसमें आप 1500 वाट का उपकरण चला रहे हैं।

अब अगर आपके घर में कुछ और उपकरण बढ़ जाते हैं और आप 500 वाट और खर्च करने लगते हैं तो इसमें अगर 1 वाट भी ऊपर जाता है तो फिर आपका सिस्टम तुरंत ही बंद हो जाएगा क्योंकि पावर आपको 2000 वाट ही मिल रहा है और आपने 2001 वाट का उपकरण को चला दिया है ऐसे में अगर बैटरी होता है तो थोड़ा ऊपर भी उपकरण का लोड चला जाता है तो भी उसे बैटरी झेल लेता है लेकिन बिना बैटरी का सिस्टम तुरंत ही बंद हो जाएगा।

इसके अलावा अगर आपको बिना बैटरी के सोलर सिस्टम में 2 किलो वाट मिल रहा है और आप अपने घर में 2 किलो वाट का उपकरण चला रहे हैं तो इस स्थिति में थोड़ा भी धूप कम होता है तो उसी में आपका सिस्टम तुरंत ही ठप हो जाएगा लेकिन अगर बैटरी होता तो इसे बंद नहीं होने देता।

अगर आप ये सोचकर पैनल बढ़ा देते हैं कि जब धूप कम होगा तो भी मुझे पावर उतना ही मिलता रहेगा तो ये भी एक गलत सोच होगा। उदाहरण के लिए आप 1 किलो वाट पैनल बढ़ा देते हैं और इसका Price कम से कम 30 से ₹35000 पड़ेगा।

अब जब धूप कम होगा तब तो वो आपके उपकरण को बंद नहीं होगा होने देगा लेकिन जब धूप तेज रहेगा तो फिर आपके उपकरण चलने के बाद भी जो एक्स्ट्रा पावर बचेगा वो बेकार चला जाएगा लेकिन अगर आप बैटरी लगाए होते तो फिर वो पावर बैटरी में एकत्र होता और पावर बैकअप का काम करता।

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दूसरा नुकसान

बैटरी ना लगाने का दूसरा नुकसान ये है कि जब तक धूप रहेगा तभी तक आप अपने उपकरण को सोलर पैनल से चला पाएंगे धूप खत्म होते ही आपको ग्रिड पर शिफ्ट करना पड़ेगा यानी बिजली से चलाना पड़ेगा लेकिन अगर आप बैटरी लगाते हैं तो उसी सोलर पैनल से आप अपना उपकरण को दिन में भी चला पाते और रात के लिए भी आपका बैटरी चार्ज रहता बैकअप के रूप में।

अभी के समय में एक 150 एएच का बैटरी 14 से ₹15000 में आता है और 2 किलो सोलर सिस्टम में दो बैटरी लगाया जा सकता है आप चाहे तो तीन से चार भी लगा सकते हैं लेकिन दो ही पर्याप्त होता है बैटरी हमें पावर बैकअप देता है जब धूप ना हो तब बैटरी ही हमारे उपकरण को चलाता है और दिन में भी धूप कम ज्यादा होने पर हमारा उपकरण वैसे ही चलता रहता है हमें समझ में नहीं आता है कि धूप कम हो रहा है या ज्यादा हो रहा है।

लेकिन बिना बैटरी का सोलर सिस्टम में धूप कम होते ही हमारे घर का उपकरण या तो बंद हो जाते हैं या फिर उनको पावर कम मिलने लगती है और हमें पता चल जाता है कि धूप कम हो गया है और पावर कम होने की वजह से हमारे घर का उपकरण सही ढंग से नहीं चल पाते हैं।

बैटरी लगाने का सबसे बड़ा फायदा

बैटरी लगाने का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि एक तो धूप कम ज्यादा होने पर भी सोलर सिस्टम से हमारे घर का उपकरण प्रॉपर तरीके से चलते रहते हैं दूसरा जब सोलर पैनल से पावर अधिक आ रहा होता है तो एक्स्ट्रा पावर को बैटरी अपने अंदर इकट्ठा करने लगता है और थोड़ा भी पावर का नुकसान नहीं होने देता है फिर वही इकट्ठा बैटरी जब धुप नहीं होता है तब काम आता है।

एक 150ah की बैटरी की वारंटी 3 से 5 साल तक की होती है यानी ये इतने दिनों तक तो सही ढंग से चलते हैं उसके बाद वारंटी खत्म होने पर फिर ये बैटरी धीरे-धीरे डाउन होने लगते हैं और फिर हमें इनको चेंज करना होता है। लेकिन हमें पुरानी बैटरी को चेंज करते समय खराब हुआ बैटरी का कुछ पैसा वापस मिल जाता है जिससे नया बैटरी लगाने में कम खर्चा आता है।

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लिथियम बैटरी

अगर आप हर 3 से 5 साल पर बैटरी बदल-बदल कर परेशान हो चुके हैं तो बिना बैटरी का सोलर सिस्टम लगाने से अच्छा है कि आप लिथियम बैटरी लगा लें इसे चेंज नहीं करना पड़ता है ये एक बैटरी कई सालों तक चलता है।

लिथियम बैटरी बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि इस बैटरी को एक बार लगा लेने पर इसे बदलने की आवश्यकता नहीं होती है और ये कई सालों तक चार्ज होकर चलता रहता है।

ऑन ग्रिड सिस्टम लगाए

अगर आप बिना बैटरी के सोलर सिस्टम लगाने की सोच रहे हैं तो सबसे अच्छा विकल्प है कि आप ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम के बजाय ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवालें, इसमें सोलर पैनल और इनवर्टर होता है बैटरी नहीं होता है।

लेकिन ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में बैकअप नहीं मिल पाता है और बिना बैक अप का काम नहीं चल पाता है क्योंकि आप सिर्फ दिन में ही अपने उपकरण को चला पाएंगे रात के लिए आपके पास बैक अप नहीं होगा इसलिए घूम फिर कर आपको बैटरी वाला सोलर सिस्टम के पास ही आना पड़ेगा।

जरनैटर का इस्तेमाल करें

अगर आप किन्ही वजहों से बैटरी वाला सोलर सिस्टम बिल्कुल भी नहीं लगाना चाहते हैं तो बैटरी के जगह आपको जनरेटर लगाना पड़ेगा क्योंकि जब तक धूप रहेगा तब तक आपके घर का उपकरण चलेगा और धूप खत्म होने पर जनरेटर चालू करना पड़ेगा क्योंकि बिजली हमेशा नहीं रहती है बिजली कटने पर आप को अंधेरे में रहना पड़ सकता है।

लेकिन अगर देखा जाए तो जरनेटर का खर्चा बैटरी से बहुत ज्यादा हो सकता है क्योंकि पहले तो आपको मोटा पैसा लगा कर जनरेटर खरीदना पड़ेगा और फिर उसमें डीजल भी डालते रहना पड़ेगा इसलिए सबसे अच्छा विकल्प बैटरी वाला सोलर सिस्टम ही रह जाता है।

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बड़ा के जगह छोटा बैटरी लगाएं

बिना बैटरी का सोलर सिस्टम लगाने से अच्छा है कि बड़ा बैटरी के जगह आप छोटा बैटरी लगाकर भी काम चला सकते हैं। अगर आपका बजट बढ़ा बैटरी लगाने का नहीं है तो 150ah के जगह 100ah या 80ah का बैटरी भी आप लगा सकते हैं और उससे भी आपका काम चल जाएगा एवं पैसे का बचत भी हो जाएगा।

जहां 150ah का बैटरी ₹15000 तक में मिलता है वही 100ah का बैटरी ₹10000 के आसपास में मिल सकता है इसलिए अगर आपके घर में 4 बैटरी का सेटअप लगने वाला है तो 150ah के जगह आप 100ah का बैटरी लगाकर अपना काम चला सकते हैं और पैसे भी बचा सकते हैं।

बड़ा के जगह छोटा बैटरी लगाने पर बैकअप भी कम मिलेगा लेकिन अगर आपका बजट बड़ा बैटरी के लिए नहीं बन पा रहा है तो छोटा बैटरी लगाकर वर्तमान में आप किसी भी तरह अपना काम चला सकते हैं।

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निष्कर्ष

बिना बैटरी का सोलर सिस्टम ये शब्द सिर्फ पैनल बेचने के लिए एक डायलॉग की तरह लगता है लेकिन आप खुद सोचे कि बिना बैटरी वाला सोलर सिस्टम से आप कितना देर अपने घर का उपकरण को चला पाएंगे इसलिए हमेशा जब भी सिस्टम अपने घर में लगवाए तो थोड़ा पैसा और खर्च करके बैटरी भी लगवाने की कोशिश करें।

हमें उम्मीद है इस पोस्ट से आपको काफी कुछ सीखने को मिला होगा और सोलर से संबंधित आपके सभी सवालों का जवाब मिल गया होगा लेकिन अगर अभी भी आपके पास इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है, आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स आपका इंतजार कर रहा है धन्यवाद।

By Mysolarurja

mysolarurja.com में आप सभी का स्वागत है मेरा नाम सुशील कुमार है और मैं भारत में लगभग सभी सोलर बनाने वाली कंपनियों के साथ में काम किया हूं। इस ब्लॉग पर आपको सोलर से जुड़ी लगभग सभी तरह की सामग्री मिलेगी और हम सदा इसी कोशिश में रहेंगे की इस साइट पर आने के बाद आपके सभी सवालों का जवाब मिले।

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